तुम्हे वंदना तुम्हें वंदना भजन लिरिक्स

🙏 तुम्हें वंदना तुम्हें वंदना – भजन लिरिक्स
तुम्हें वंदना, तुम्हें वंदना,
हे गजानन तुम्हें वंदना।
संकट हरते, सुख स्वरूप,
मंगलमूर्ति तुम्हें वंदना।।
गौरी के लाला, शिव के दुलारे,
भक्तों के हो तुम रखवाले।
मोदक वाले, सवारी मूषक,
भवसागर से तू निकाले।।
तेरे चरणों में है विश्रांति,
तेरा नाम ही मोक्ष की सांती।
प्रभु कृपा से मिटे अंधेरा,
तेरे नाम में है ज्योति प्यारी।।
करते हैं हम तुझको नमन,
हर दिन तेरा गुणगान करें।
हे विनायक, दया के सागर,
भक्तों का कल्याण करें।।
तुम्हें वंदना, तुम्हें वंदना,
हर मन तुझको दे अर्पणा।
हे गजानन, सुख के दाता,
तुम्हें वंदना, तुम्हें वंदना।।
✅ भजन का भावार्थ (Explanation):
यह भजन भगवान गणेश की स्तुति और वंदना है। इसमें भक्त उन्हें संकटों को हरने वाला, सुख देने वाला, और अज्ञान रूपी अंधकार को मिटाने वाला बताता है। पूरे भजन में गजानन के प्रति श्रद्धा और समर्पण का भाव झलकता है।
प्रश्न: गणेश जी की संस्कृत वंदना क्या है?
उत्तर:
गणेश जी की सबसे प्रसिद्ध और शक्तिशाली संस्कृत वंदना निम्नलिखित है:
🔸 संस्कृत वंदना (श्लोक):
"वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभः।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥"
भावार्थ:
हे वक्रतुण्ड (टेढ़ी सूँड वाले), विशाल शरीर वाले, सूर्य के समान तेज वाले भगवान!
आप मेरे सभी कार्य बिना विघ्न के पूर्ण करें।
❓ प्रश्न: गणेश जी की वंदना कैसे करते हैं?
उत्तर:
गणेश जी की वंदना करने की विधि निम्नलिखित है:
✅ 1. शुद्धता:
स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें।
✅ 2. स्थान चयन:
गणेश जी की मूर्ति या चित्र को उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) दिशा में रखें।
✅ 3. दीपक और धूप:
दीपक जलाकर अगरबत्ती लगाएँ।
✅ 4. गणपति मंत्र या वंदना का जप करें:
उदाहरण:
"ॐ गं गणपतये नमः" – इस बीज मंत्र का 11 या 21 बार जाप करें।
या
"वक्रतुण्ड महाकाय..." का श्लोक बोलें।
✅ 5. भोग अर्पण करें:
गणेश जी को मोदक, लड्डू, दूर्वा (त्रिदल घास), शुद्ध जल आदि अर्पण करें।
✅ 6. आरती करें:
गणेश जी की आरती करें जैसे:
"जय गणेश जय गणेश देवा..."
✅ 7. प्रार्थना करें:
मनोकामना पूर्ति हेतु श्रद्धा से प्रार्थना करें।