कर दो नजरे करम गणपति भजन लिरिक्स

🙏 कर दो नज़रे करम गणपति भजन लिरिक्स
कर दो नज़रे करम मुझपे दाता,
मैं तेरा ही दर ढूंढता हूँ।
सुन लो पुकारें मेरी हे गजानन,
मैं तुझसे ही आस लगाता हूँ।।
दुख हर लो मेरे विघ्न विनाशक,
संकट के पार तू ही लगाता।
तेरा नाम जपूं हर पल जीवन में,
बस तेरा ही ध्यान मैं लगाता।।
मोदक का भोग तेरे चरणों में,
आरती तुझको है समर्पित।
भक्ति से मन मेरा भीग गया है,
गणपति तू है जग का विधिपत।।
रिद्धि सिद्धि के साथ विराजे,
तेरा हर रूप है सुहाना।
कर दो नज़रे करम मुझपे दाता,
मैं तुझसे ही आस लगाना।।
✅ भजन का भावार्थ (Explanation):
यह भजन भगवान गणेश से करुणा और कृपा की याचना करता है। भक्त अपने जीवन की हर परेशानी और संकट से छुटकारा पाने के लिए गणपति बाप्पा से प्रार्थना करता है कि वे अपनी "नज़रे करम" यानी कृपा दृष्टि बनाए रखें और जीवन में मार्गदर्शन करें।