गणपति के गुण गाते चलो भजन लिरिक्स

🔸 गणपति के गुण गाते चलो | Ganpati Ke Gun Gaate Chalo Bhajan Lyrics
गणपति के गुण गाते चलो,
मन में उन्हें बसाते चलो।
संकट हरते दाता वो है,
सदा उनका गुण गाते चलो॥
विघ्न विनाशक मंगलकारी,
भक्तों के सुख के अधिकारी।
सच्चे भाव चढ़ाते चलो,
गणपति के गुण गाते चलो॥
लड्डू मोदक का भोग लगाओ,
मन मंदिर में दीप जलाओ।
श्रद्धा की ज्योति जलाते चलो,
गणपति के गुण गाते चलो॥
सिंदूरी रूप, मस्तक तिलक,
करते हैं हर कर्म सफल।
नाम उनका जपते चलो,
गणपति के गुण गाते चलो॥
✅ भजन का भावार्थ (Explanation):
यह भजन भगवान गणेश की स्तुति करता है, जो सभी विघ्नों को हरने वाले, भक्तों की मनोकामना पूर्ण करने वाले और शुभता के प्रतीक हैं। इसमें बताया गया है कि हमें हर परिस्थिति में उनके गुणों का गान करना चाहिए, उनका स्मरण करके जीवन में सुख, शांति और सफलता प्राप्त करनी चाहिए।