गजानंद गौरी जी के लाला मेरी महफिल में आ जाना लिरिक्स

🙏 गजानंद गौरी जी के लाला, मेरी महफ़िल में आ जाना – भजन लिरिक्स
गजानंद गौरी जी के लाला,
मेरी महफ़िल में आ जाना।
तेरे दर का मैं भी भिखारी,
झोली मेरी भर जाना।।
विघ्न विनाशक मंगल मूर्ति,
तेरा रूप बड़ा निराला।
जहाँ लगे तेरा दरबार,
वहीं बस जाए उजियाला।।
मोदक लड्डू का भोग लगाऊं,
आरती मैं तेरी गाऊं।
भाव भरा ये मन मेरा,
तेरे गुण हरदम गाऊं।।
सज गई है पूजा की थाली,
दीपक भी मैं जलाऊं।
गजानंद मेरे घर आओ,
पांवों में चादर बिछाऊं।।
रिद्धि सिद्धि को साथ में लाना,
सुख संपत्ति बरसाना।
भक्त तुम्हारा बन जाऊं मैं,
कृपा दृष्टि तू फरमाना।।
✅ भजन का भावार्थ (Explanation):
इस भजन में भक्त भगवान गणेश (गजानंद) से करुणा और उपस्थिति की विनती करता है। यह गीत उनके आने की प्रार्थना है, जिससे महफ़िल (या घर/मंदिर) धन्य हो जाए। भक्त विनम्र भाव से कहता है कि वह केवल प्रभु की कृपा का भूखा है।