राम राज्य आया रे देखो

राम राज्य आया रे देखो
राम राज्य आया रे देखो
दोहा – तीन लोक नवखंड अवध को
करते झुक झुक वंदन
आ गए लौट के अवधपुरी में
हम सबके रघुनंदन।
मैं दास हूं श्री राम का
भगवा मेरा चोला
श्री राम नाम की मस्ती में
मेरा तन मन डोला
अवधपुरी के राज सिंहासन पर
श्री राम बिराजे
राजतिलक की शुभ बेला पर
ढोल नगाड़े बाजे
रामराज्य की तैयारी में
देश हमारा है
राम नाम का गूंज रहा
घर-घर में नारा है
राम राज्य आया रे देखो
रामराज्य आया
भारत के कोने-कोने में
भगवा लहराया।
हर घर बन गया मंदिर
हर मां बन गई है कौशल्या
जंगल बने हैं पंचवटी
हर पत्थर बने अहिल्या
हनुमान से भक्त बने और
भरत लखन से भैया
सारी नदिया सरयू बनके
नाचे ता ता थैया
गली गली हुई अवधपुरी
जहां घर-घर बटे बधइयां
त्रेता युग के राम राज्य सा
यहां नजारा है
राम नाम का गूंज रहा
घर-घर में नारा है
रामराज्य आया रे देखों
राम राज्य आया
भारत के कोने-कोने में
भगवा लहराया।
नाच रहे है आसमान में
सूरज चांद सितारे
झूम रहे धरती के कण कण
और नदियों के किनारे
भगवा रंग में रंग गए देखो
धरती अंबर सारे
सत्य सनातन धर्म के अब तो
गूंज उठे जयकारें
यह धर्म है बड़ा महान
यह धर्म मेरा सम्मान
यह धर्म है मेरी शान
यह धर्म मेरा अभिमान
सत्य सनातन धर्म से ही है
भारत की पहचान
विश्व गुरु है भारत ये
कहता जग सारा है
राम नाम का गूंज रहा
घर-घर में नारा है
रामराज्य आया रे देखों
राम राज्य आया
भारत के कोने-कोने में
भगवा लहराया।
नीलाम्बुजश्यामलकोमलाङ्गं
सीतासमारोपितवामभागम
पाणौ महासायकचारूचापं
नमामि रामं रघुवंशनाथम।
संतो के प्यारे राम लला
आँखों के तारेराम लला
जग के रखवाले रामलला
हम सबके सहारे रामलला
है पास हमारे राम लला
बड़े खास हमारे राम लला
श्री राम लला के एक नाम से
हो जाता हम सबका भला
‘लव और कुश’ को राम नाम
प्राणों से प्यारा है
राम नाम का गूंज रहा
घर-घर में नारा है
रामराज्य आया रे देखों
राम राज्य आया
भारत के कोने-कोने में
भगवा लहराया।
मैं दास हूं श्री राम का
भगवा मेरा चोला
श्री राम नाम की मस्ती में
मेरा तन मन डोला
अवधपुरी के राज सिंहासन पर
श्री राम बिराजे
राजतिलक की शुभ बेला पर
ढोल नगाड़े बाजे
रामराज्य की तैयारी में
देश हमारा है
राम नाम का गूंज रहा
घर-घर में नारा है
राम राज्य आया रे देखो
रामराज्य आया
भारत के कोने-कोने में
भगवा लहराया।