जिस मुख पर राम का नाम है राजी उनसे हनुमान है

जिस मुख पर राम का नाम है राजी उनसे हनुमान है
जिस मुख पर राम का नाम है
राजी उनसे हनुमान है
जय सियाराम बोलो जय सियाराम
जय सियाराम बोलो जय सियाराम।
कोई जो पूछे हनुमत कैसा है
कानन कुंडल कुंचित केशा है
राम की धुन में कैसे नाचे है
हाथ वज्र और ध्वजा विराजे है
श्री राम से, इस नाम से
तू अपनी प्रीत लगाए जा
हनुमान को यूँ ही रिझाएजा
जय सियाराम बोलो जय सियाराम
जय सियाराम बोलो जय सियाराम।
हर मुश्किल में जिसने थामा है
राम दूत अतुलित बलधामा है
हर सुख दुःख में जो मेरा संगी है
महावीर विक्रम बजरंगी है
हर दुष्ट को, हर कष्ट को
जीवन से दूर भगाएगा
जो राम नाम तू गाएगा
जय सियाराम बोलो जय सियाराम
जय सियाराम बोलो जय सियाराम।
चिंता फिक्र अब किसको करना है
तुम रक्षक काहू को डरना है
इतना सा अरमान मेरा जी
कीजे नाथ हृदय मह डेरा जी
इस दास पर, विश्वास कर
‘सोनू’ की बात तू मान ले
यही मूल मंत्र पहचान ले
जय सियाराम बोलो जय सियाराम
जय सियाराम बोलो जय सियाराम।
जिस मुख पर राम का नाम है
राजी उनसे हनुमान है
जय सियाराम बोलो जय सियाराम
जय सियाराम बोलो जय सियाराम।
दोहा – पवन तनय संकट हरन
मंगल मूरती रूप
राम लखन सीता सहित
हृदय बसहु सुर भूप।