हाथ कभी देखे नहीं फिर भी सर पे फिराता है लिरिक्स

हाथ कभी देखे नहीं फिर भी सर पे फिराता है लिरिक्स
हाथ कभी देखे नहीं
फिर भी सर पे फिराता है
पांव कभी देखे नहीं
फिर भी दौड़ा आता है
हर पल मेरे संग में रहता
हर पल मेरे संग में रहता
ये एहसास कराता है
सांवरिया आता है
सांवरिया आता है।
ना जाने किस भेष में
सांवरिया मिल जाता है
जो सोचा मैंने दिल में
काम वही हो जाता है
गम के बदल जब जब छाए
गम के बदल जब जब छाए
ये छतरी बन जाता है
सांवरिया आता है
सांवरिया आता है।
जहाँ भी जाता हूँ मुझको
मिलता एक इशारा है
मेरे आगे बढ़ने में
खेल इसी का सारा है
केवट बनकर जीवन नैया
केवट बनकर जीवन नैया
ये ही पार लगाता है
सांवरिया आता है
सांवरिया आता है।
कीर्तन के चलते मुझको
सेवा मिली है श्याम की
प्राणों से प्यारी लगती
माटी खाटू धाम की
‘श्याम’ कहे जो माथे लगाकर
‘श्याम’ कहे जो माथे लगाकर
अर्जी दर पे लगाता है
सांवरिया आता है
सांवरिया आता है।
हाथ कभी देखे नहीं
फिर भी सर पे फिराता है
पांव कभी देखे नहीं
फिर भी दौड़ा आता है
हर पल मेरे संग है चलता
हर पल मेरे संग है चलता
ये एहसास कराता है
सांवरिया आता है
सांवरिया आता है।