अब फूंक दो पाकिस्तान को लिरिक्स

अब फूंक दो पाकिस्तान को लिरिक्स
रघुनन्दन ये हुक्म सुना दो
आज वीर हनुमान को
जैसे लंका फूंकी थी
अब फूंक दो पाकिस्तान को
जय जय वीर हनुमान
जय जय हिंदुस्तान।
आज दुश्मनों ने माँ के
आँचल का है अपमान किया
गन्दे हाथों से छूकर के
काम बड़ा नादान किया
सोते सिंह को जगा के उसने
जीना स्वयं हराम किया
आज चोंट पहुंचाई उसने
भारत के स्वाभिमान को
जैसे लंका फूंकी थी
अब फूँक दो पाकिस्तान को
जय जय वीर हनुमान
जय जय हिंदुस्तान।
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई
मिलकर हिंदुस्तान बना
भारत माँ की लाज बचाने
एक एक वीर जवान बना
एक एक भारत का बच्चा
आज स्वयं हनुमान बना
चूर चूर कर डालो बजरंग
दुश्मन के अभिमान को
जैसे लंका फूंकी थी
अब फूँक दो पाकिस्तान को
जय जय वीर हनुमान
जय जय हिंदुस्तान।
आज तूने संजीवन लाकर
जन जन में शक्ति भर दो
शक्तिहीन पड़े लक्ष्मण को
युद्ध के लायक तुम कर दो
जाकर पुनः लडे रावण से
आज उसे ऐसा वर दो
आज आप ही बचा सकेंगे
भारत के सम्मान को
जैसे लंका फूंकी थी
अब फूँक दो पाकिस्तान को
जय जय वीर हनुमान
जय जय हिंदुस्तान।
भारत माँ की शान बढ़े
तेरा भी नाम हो जाएगा
हर एक भारत वासी बजरंग
तेरा ही गुण गाएगा
मौका है संधार करो
अब कौन उसे समझाएगा
‘श्याम सुन्दर’ बजरंगबली
अब सफल करो अभियान को
जैसे लंका फूंकी थी
अब फूँक दो पाकिस्तान को
जय जय वीर हनुमान
जय जय हिंदुस्तान।
रघुनन्दन ये हुक्म सुना दो
आज वीर हनुमान को
जैसे लंका फूंकी थी
अब फूंक दो पाकिस्तान को
जय जय वीर हनुमान
जय जय हिंदुस्तान।